आमतौर पर घर खरीदते समय लोग कई तरह के दस्तावेज, एरिया और अन्य सुविधाओं की जांच पड़ताल करते हैं. लेकिन, अगर आपको कोई प्रॉपर्टी बेचनी हो तो भी इन बातों पर गौर करना बेहद हाई जरुरी है. इसका सबसे बड़ा फ़ायदा ये है कि एक तो प्रॉपर्टी जल्द बिकेगी साथ ही आपको अच्छा मुनाफ़ा भी मिलेगा।
- प्रॉपर्टी की मरम्मत– अगर घर में किसी मरम्मत की जरूरत है तो उसे करवाएं. दीवार का पेंट छोड़ना, सीलन आना, पानी की लीकेज, इलेक्ट्रिसिटी का काम, साफ-सफाई और पेस्ट कंट्रोल आदि करवा लें. इससे आपकी प्रॉपर्टी के रेट में 1-2 लाख रुपये का इजाफा हो जाएगा.
- सारी देनदारियां निपटा दें– प्रॉपर्टी टैक्स, किसी भी तरह का बिल और मेंटेनेंस चार्ज निपटा दें. अगर घर पर लोन है तो कोशिश करें कि उसे भी खत्म कर दें. हालांकि, अगर ऐसा नहीं भी होता है तो भी कोई चिंता की बात नहीं है. घर को लेकर किसी भी तरह के विवाद को निपटा दें.
- दस्तावेज पुख्ता रखें– प्रॉपर्टी बेचने से पहले उसका ओनरशिप डॉक्यूमेंट, सेल डीड, जीपीए, लीज डीड, टाइटल पेपर (दाखिल खारिज), प्रॉपर्टी टैक्स की रसीद, बिजली-पानी का बिल आदि तैयार रखें. अगर पीएनजी से गैस की सप्लाई है तो उसका बिल भी रखें.
- प्रॉपर्टी का सही रेट पता लगाए– बाजार में प्रॉपर्टी का क्या भाव चल रहा है इसका पता लगाएं. इसमें ब्रोकर आपकी मदद कर सकते हैं. अगर आप ब्रोकर के पास नहीं जाना चाहते तो भी जमीन के रेट और फिर कंस्ट्रक्शन की कॉस्ट में अपना मुनाफा लगाकर आप एक लम्पसम रकम तैयार कर सकते हैं.
- प्रॉपर्टी को मार्केट करें– अपनी प्रॉपर्टी के बारे में जो भी अच्छी बाते हैं उन्हें मार्केट करें. जैसे लोकेशन, यातायात के साधन, मुख्य सड़क, हॉस्पिटल, स्कूल, रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट से दूरी को विज्ञापन में लिखें. आप प्रॉपर्टी की मार्केटिंग के लिए ऑनलाइन, सोशल मीडिया, वर्ड ऑफ माउथ या विज्ञापन का सहारा ले सकते हैं. अगर घर किसी सोसायटी में है तो वहां कि खूबियां, जैसे मंदिर, जिम, पूल, कम्यूनिटी सेंटर आदि के बारे में जरूर बताएं.
- कितने में बेचें- प्रॉपर्टी की कीमत आप अपनी तरफ से बेस्ट बोलें और फिर खरीदार के रिस्पॉन्स का इंतजार करें. अगर आपकी बताई रकम के आसपास ही उनका रिस्पॉन्स है तो उन्हें जितना हो सके आपके द्वारा कोट किए गए रकम की ओर लाने की कोशिश करें. मसलन अगर आपने 50 लाख रुपये बोले और सामने से 45 लाख का ऑफर हुआ तो ये डील 47-48 लाख में हो सकती है. इसलिए कीमत अपनी ओर से थोड़ी अधिक ही बोलें तो बेहतर.