Tuesday, October 21, 2025

Fractional Ownership : आख़िर क्‍या है फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप, REIT से है कितना अलग और किसमें मिलेगा ज्‍यादा मुनाफ़ा ?

मौजूदा दौर में जमीन और प्रॉपर्टी (Property) की बढ़ती क़ीमतों को देखते हुए रियल एस्टेट (Real Estate) में निवेश करना ज़्यादा प्रोफ़िटेबल माना जाता है। इसके लिए ज़रूरत होती है ज़्यादा पूँजी की, तो ऐसे में अधिकतर लोग पीछे हट जाते है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप (Fractional ownership)  के ज़रिए आप भी जमीन और प्रॉपर्टी में निवेश कर सकते हैं और इसे आप पर ज़्यादा वित्तीय भार भी नहीं पड़ेगा। फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप न सिर्फ़ निवेश के नए रास्ते खोलता है बल्कि इसके ज़रिए महंगी से महंगी प्रॉपर्टी के मालिक भी बन सकते हैं।

फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप का महत्व
महँगी प्रॉपर्टी ख़रीदना हर किसी के लिए संपत्ति खरीदना संभव नहीं है। ऐसे में फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप बहुत कम राशि के साथ निवेश करने में मदद करता है और प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ने पर निवेश की गई राशि के बराबर मुनाफा मिलता है। हालांकि, इसके लिए जरूरी है कि फ्रैक्‍शनल ऑन‍रशिप में शामिल सभी लोगों को इसकी पूरी जानकारी हो और उनके कानूनी दस्‍तावेज भी पूरे हों।

कॉमर्शियल प्रॉपर्टी में फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप
कॉमर्शियल प्रॉपर्टी (Commercial Property) की बढ़ती कीमतों को देखते हुए एक मध्यम वर्ग के व्यक्ति के लिए इन संपत्तियों को खरीदना संभव नहीं है। लेकिन, फ्रैक्‍शनल निवेश की मदद से मध्यम वर्ग के लोग भी एचएनआई (High Net-Worth Individual) और अल्ट्रा एचएनआई (Ultra High Net Worth Individual) की तरह कॉमर्शियल प्रॉपर्टी (Commercial Property) खरीदकर उससे मुनाफा कमा सकते हैं।

फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप और REIT में अंतर
इन दोनों के बीच समानता को लेकर भ्रमित न हों। फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप निवेशकों को संपत्ति के प्रकार को चुनने की पूरी स्वतंत्रता देता है और REITs में निवेशकों के पास किसी भी प्रकार की स्वतंत्रता नहीं होती, क्योंकि इसका निर्णय फंड का प्रबंधन करने वाली कंपनी द्वारा लिया जाता है। हालांकि, REITs में पैसे लगाने वाला निवेशक जब चाहे इसकी यूनिट को बेचकर बाहर निकल सकता है, जबकि फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप एक निर्धारित होल्डिंग अवधि के साथ एक लंबी अवधि का निवेश है, जो आम तौर पर 5 से 10 साल का होता है।

टैक्‍स का क्‍या नियम
REIT को सेबी (SEBI) द्वारा विनियमित किया जाता है और इसमें मुख्य कौशल वाले पेशेवर प्रबंधन सहित अच्छी तरह से निर्धारित मानदंडों का पालन करते हैं। इसपर आपको टैक्‍स छूट (Tax Rebate) भी आयकर के नियमानुसार मिलती है। वहीं, फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप के मामले में आपको टैक्‍स छूट नहीं दी जाती है। लिहाजा आप अपनी क्षमता और निवेश के तरीके का आकलन करके ही फ्रैक्‍शनल ऑनरशिप या रीट में से किसी एक का चुनाव करें।

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